- उज्जैन में बैंक अफसर के घर छापा: EOW ने बरामद की 5 करोड़ की संपत्ति, 8 लाख कैश और कॉमर्शियल प्रॉपर्टी के दस्तावेज भी मिले!
- उज्जैन-झालावाड़ हाईवे पर बड़ा हादसा टला, गैस सिलेंडर से भरा ट्रक पलटा; कर्मचारी और ड्राइवर की तत्परता से बड़ी आपदा बची
- पति के साथ बाबा महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुईं फिल्म अभिनेत्री मौनी राय, करीब दो घंटे तक नंदी हाल में बैठकर किया महाकाल का जाप
- बड़ा सुधार होने जा रहा है! महाकाल मंदिर का 43 साल पुराना अधिनियम बदलने की तैयारी, गुजरात के सोमनाथ ट्रस्ट की तर्ज पर नया अधिनियम किया जाएगा तैयार
- भस्म आरती : बाबा महाकाल को त्रिपुंड, त्रिनेत्र, भांग, चन्दन और कमल के फूल अर्पित कर किया गया राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार!
जिला अस्पताल का मामला:टंकी में लीकेज की समस्या बताई तो पीएचई ने थमाया 80 हजार का बिल
जिला अस्पताल के चरक भवन में पानी की टंकी में पिछले कई दिनों से लीकेज हो रहा है। अस्पताल प्रशासन ने लीकेज की समस्या बताई तो लाेक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) ने 80 हजार रुपए का बिल थमा दिया है। इसे लेकर अब अस्पताल प्रशासन और पीएचई आमने-सामने है। मामला कलेक्टर के पास तक पहुंच गया है।
चरक भवन में पानी की टंकियां लगी है। टंकी से ही जुड़ी लाइन में कुछ खराबी आने की वजह से इसमें से लगातार पानी लीक हो रहा है। इससे अस्पताल भवन और आसपास भी पानी जमा हो रहा है। हाल ही में अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए पीएचई को लीकेज की समस्या बताई तो पीएचई ने अस्पताल प्रशासन को 80 हजार रुपए का बिल दे दिया। बिल देखकर अस्पताल प्रशासन के अधिकारी भी चौंक गए। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि हम इस पानी का उपयोग ही नहीं करते तो फिर बिल क्यों चुकाएं।
अस्पताल प्रबंधन ने कहा पीएचई अफसर नहीं माने
अस्पताल प्रशासन का यह भी तर्क है कि इस राशि के लिए कोई अतिरिक्त बजट नहीं है। ऐसी स्थिति में इसका भुगतान कहां से करे। इस तर्क के बावजूद पीएचई के अधिकारी नहीं माने तो अस्पताल प्रशासन कलेक्टर के पास पहुंच गया। अस्पताल प्रशासन ने कलेक्टर को इस समस्या से अवगत कराते हुए लीकेज और पीएचई के बिल की जानकारी दी है।